बोल्ट (Bolt) क्या होते है | Bolt के प्रकार Types Of Bolt In Hindi

इस पोस्ट में हम जानेंगे बोल्ट (Bolt) क्या होते है | Bolt के प्रकार Types Of Bolt In Hindi और Classification Of Foundation Bolt के बारे में 

बोल्ट (Bolt) क्या होते है What Is Bolt

बोल्ट एक अस्थाई औजार है इसका उपयोग किसी 2 पार्टो को अस्थाई रूप से जोड़ने के लिए किया जाता है |

यह एक गोल छड़ का बना होता है, जिसके एक सिरे पर स्थायी शीर्ष (Permanent Head) तथा दूसरे सिरे पर चूड़ियाँ कटी होती हैं, जिन पर नट (Nut).को कस सकते हैं। हैड और चूड़ी के बीच वाले भाग को शैंक (Shank) कहते हैं। 

Bolt, बोल्ट,


Bolt मुख्यतः माइल्ड स्टील के बने होते हैं परन्तु कुछ विशेष कार्यों के लिए पीतल, तांबे और हल्की एलॉय के भी बनाए जाते हैं। 

बोल्ट का साइज - चूड़ी वाले भाग के व्यास एवं हैड को छोड़कर शेष लम्बाई से प्रकट किया जाता है। 


बोल्ट के प्रकार | Types Of Bolt

 बोल्ट मुख्यत 10 प्रकार के होते हैं। जोकि निम्नलिखित है-

  1. पट्भुजाकार हैड बोल्ट (Hexagonal Head Bold)
  2. वर्गाकार हैड बोल्ट (Square Head Bolt) 
  3. कप या गोल हैड बोल्ड (Cup or Round-Head Bolt) 
  4. 'टी' हैड बोल्ट ('T' Head Bolt)
  5. चीज हैड बोल्ड (Cheese Head Bolt)
  6. काउन्टरसंक हैड बोल्ट (Countersunk Head Bolt)
  7. हुक बोल्ट (Hook Bolt) 
  8. हैडलैस टेपर बोल्ट (Headless Taper Bolt)
  9. आई बोल्ट (Eye Bolt) 
  10. फाउण्डेशन बोल्ट्स (Foundation Bolts) 


 पट्भुजाकार हैड बोल्ट (Hexagonal Head Bolt)


यह सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला बोल्ट है, नट का खोलते समय बोल्ट को घूमने (Turning) से बचाने के लिए बोल्ट के हैड को दूसरे स्पैनर (Spanner) से पकड़ा जाता है। हैक्सागनल हैड ऊपरी सिरे पर चैम्फर (Chamfer) किया हुआ होता है। बोल्ट हैड एक स्टैंडर्ड साइज का होता है। 

Hexagonal-Head-Bolt,Hexagonal-Bolt,Hexagonal-Bolt-Use

अगर D = बोल्ट का नोमिनल डायामीटर है तो बोल्ट हैड का साइज 

चैम्फर का कोण 30° और हैड की मोटाई = 0.8D से D तक इसकी लम्बाई हैड को छोड़कर मापी जाती है। 



वर्गाकार हैड बोल्ट (Square Head Bolt) 


इस प्रकार के बोल्ट का इस्तेमाल वहाँ किया जाता है, जहाँ हैड को ग्रूव में फिट करना होता है। नट को खोलने और कसते समय बोल्ट को घूमने से बचाने के लिए ग्रूव को भी स्क्वेयर अर्थात वर्गाकार शक्ल का बनाया जाता है। इस बोल्ट का इस्तेमाल अधिकतर शाफ्ट के लिए बियरिंग (Bearings) में किया जाता है। बोल्ट का यह स्क्वेयर हैड भी ऊपरी सिरे पर चैम्फर किया हुआ (Chamfered) होता है। 

Square-Head-Bolt,Square-Bolt,Square-Bolt-Use,


बोल्ड हैड की मोटाई 0.8D से D तक एक फेस से दूसरे फेस की चौड़ाई आर-पार 1.5 D + 3 मि.मी. होती है। जब स्क्वेयर हैड बोल्ड के हैड को बाहर रखना होता है तो वैसे कामों के लिए बोल्ट हैड में स्क्वेयर क्रॉस सैक्शन की गर्दन (Neck) बनी रहती है जो जोड़े जाने वाले पार्ट के स्क्वेयर छेद में फिट होती है। यह स्क्वेयर गर्दन नट को खोलते या कसते समय बोल्ट को घूमने नहीं देती है। 



कप या गोल हैड बोल्ड (Cup or Round-Head Bolt) 


इसका हैड गोल होता है, इसलिए इसे पकड़ा नहीं जा सकता है। 

हैड के नीचे वाला भाग चौरस बना होता है। कुछ बोल्टों में (Snug) बना होता है,जो कसते समय बोल्ट को घूमने से बचाता है। 

Cup-Or-Round-Head-Bolt,Round-Bolt,Round-Head-Bolt

कप या गोल हैड बोल्ड प्रयोग अधिकतर लकड़ी के कार्यों में किया जाता है। 



'टी' हैड बोल्ट ('T' Head Bolt)


इसका प्रयोग मशीन टेबल में जॉब या अन्य प्रकार की क्लैम्पिंग डिवाइस (Clamping Devices) को कसने के लिए किया जाता है। 

T-Head-Bolt,T-Bolt,T-Head-Bolt-Use

इसका हैड आयताकार तथा गर्दन वर्गाकार होती हैं। 



चीज हैड बोल्ड (Cheese Head Bolt) 

इससे बोल्ट के हैड के नीचे, एक गोल पिन लगी होती है। 

Cheese-Head-Bolt,Cheese-Bolt

इसका प्रयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहाँ पर स्पैनर प्रयोग न किया जा सके। 


काउन्टरसंक हैड बोल्ट (Countersunk Head Bolt) 

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 जहाँ जोड़े जाने वाले पार्टी की सतह से बोल्ट का हैड ऊंचा नहीं रखा जा सकता, वहां काउन्टरसंक हैड का इस्तेमाल किया जाता है। इसके हैड में स्नग बना रहता है। इसकी गर्दन स्क्वेयर क्रॉस सैक्शन की भी होती है जिसके कारण नट खोलते -- कसते समय यह फिसलता नहीं है। 



हुक बोल्ट (Hook Bolt) 


यह बोल्ट सिर्फ एक पार्ट के छेद में फिट होता है और दूसरे पार्ट ___को हुक शक्ल के बोल्ट-हैड से पकड़ता है। 

Hook-Bolt


इसकी स्क्वेयर गर्दन बोल्ट को घूमने से बचाती है। 


हैडलैस टेपर बोल्ट (Headless Taper Bolt)


इसमें हैड नहीं होता है लेकिन इसका शैंक टेपर होता है। 

Headless-Taper-Bolt


इसका इस्तेमाल मुख्यतः समुद्री जहाज की शाफ्ट कपलिंग्स (Marine Shaft Couplings) में किया जाता है। 


आई बोल्ट (Eye Bolt) 

Eye-Bolt

 इसका इस्तेमाल भारी मशीनों को उठाने के लिए एक जुगाड़ के समान किया जाता है। यह मशीन के चूड़ीदार छेद में फिट किया जाता है। 


फाउण्डेशन बोल्ट्स (Foundation Bolts) 

इनके द्वारा मशीन को भूमितल पर स्थित (Fixed) किया जाता है। 

फाउंडेशन बोल्ट भी कई प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं|

  1. आई फाउंडेशन बोल्ट Eye Foundation Bolt
  2. रैग बोल्ट Rag Bolt
  3. लेविस बोल्ट Lewis Bolt
  4. कॉटर बोल्ट Cotter Bolt 


आई फाउंडेशन बोल्ट (Eye Foundation Bolt) 

यह बहुत साधारण प्रकार का फाउण्डेशन बोल्ट है। 

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माइल्ड स्टील या रॉट आयरन की छड़ को पीटकर यह बहुत शीघ्रतापूर्वक बनाया जा सकता है। इसे छेद के अन्दर लटकाकर उसके चारों तरफ से खाली स्थानों को सीमेन्ट - कंक्रीट से भर दिया जाता है। इसकी आई (Eye) में एक माइल्ड स्टील का टुकड़ा लगा रहता है। 


रैग बोल्ट (Rag Bolt) 

कंक्रीट फाउंडेशन के साथ भारी मशीनों को कसने के लिए रैग बोल्ट का इस्तेमाल सबसे अधिक होता है। इसका निचला भाग आयताकर होता है, जिसकी चौड़ाई नीचे की ओर क्रमशः बढ़ती जाती है। इसके किनारों (Edge) पर ग्रूव कटे रहते हैं। 

Rag-Bolt

इसके चूड़ीदार भाग को मशीन के आधार के छेदों में लगाकर ऊपर से नट कसा जाता है और निचले भाग की सतह के नीचे छोड़े हुए छेद में लटका दिया जाता है। फिर सीमेंट और बालू बराबर-बराबर मात्रा में लेकर तथा पानी से तर करके बोल्ट के चारों तरफ के खाली स्थानों को भर दिया जाता है। सीमेन्ट के सैट हो जाने के बाद फिर नट को पूरा टाइट किया जाता है। 


लेविस बोल्ट (Lewis Bolt) 

इसकी एक साइड टेपर होती है, जिसे उसके अनुरूप छेद के टेपर साइड की तरफ रखा जाता है। दूसरी साइड पर चाबी (Key) लगी होती है। 

Lewis-Bolt,Lewis-Bolt-Use

 इसे सीमेंट कंक्रीट चारों ओर से दबा लेती है, जिससे बोल्ट हिलने नहीं पाता। जब बोल्ड को निकालना होता है तो पहले चाबी को निकालते हैं क्योंकि चाबी टेपर होने के कारण आसानी से बाहर निकल जाती 

है। 


कॉटर बोल्ट Cotter bolt) 

यह एक विशेष प्रकार का बोल्ट है, जो भारी मशीनों की फाउंडेशन के लिए प्रयोग किया जाता है। 

Cotter-Bolt, Cotter-Bolt-Use

इस बोल्ट के नीचे एक प्लेट होती है, जिसमें स्लॉट कटा होता है। इस स्लॉट में कॉटर को फिट किया जाता है। कॉटर के ऊपर एक वाशर रखा जाता है, जो कॉटर के लिए समतल सतह तैयार करता है। 


फाउण्डेशन बोल्ट का वर्गीकरण Classification Of Foundation Bolt


फाउण्डेशन बोल्ट प्रायः दो भागों में वर्गीकृत किये जाते हैं 

  1. स्थिर बोल्ट (Fixed Bolts) अ
  2. स्थिर बोल्ट (Removeabie Bolts) 


स्थिर प्रकार के बोल्ट (Bolt of Fixed Type) 

रैग बोल्ट (Reg Bolt) साधारणत फोर्ज किया हुआ तथा लेड या सीमेंट के साथ भरा रहता है, ऐसे बोल्ट को आई फाउण्डेशन बोल्ट कहते हैं। 

इसे सहारा देने के लिए बोल्ट के चारों तरफ क्ले का कैप बनाया जाता है तथा इस होल में सीसा (Lead) डाला जाता है। भरने के बाद, इसे संचित करने के लिए लेड की स्थिति पर सिलबन्द कर देना चाहिए। लेड को भरते समय ये सावधानी रखी जानी चाहिए कि होल में पानी ज्यादा इकट्ठा न हो : अन्यथा जल्दी से भाप उत्पन्न होगी, जिससे कि लेड बाहर आयेगा, जिसके कारण गम्भीर रूप से जल 

सकते हैं |

लेड (सीसा) के बदले जहाँ पर शीघ्र सेटिंग आवश्यक हो, पुरानी चीनी - मिट्टी के बर्तन में रॉक सल्फर को पिघलाया जा सकता है जितना संभव हो उतना अतिशीघ्र बोल्ट के सुराख में डालना चाहिये ताकि ठण्डा न हो। 


अस्थिर प्रकार के फाउण्डेशन (Removeable Tyap
Foundation) 

बड़ी-बड़ी मशीनों को सैट करने के लिए बड़ा कॉटर या बोल्ट (Cottor or Bolt) प्रयोग में लाया जाता है। इस बोल्ट में वर्गाकार फाउण्डेशन प्लेट रहती है तथा नीचे की तरफ हटाने योग्य कॉटर (Cotter) होता है। फाउण्डेशन का निर्माण करते समय बोल्ट के सुराख के साथ में पाकेट छोड़ दी जाती है जो आवश्यकता पड़ने पर किसी समय भी 

बदली जा सकती है। 


राल बोल्ट (Rall Bolt) 

इस फाउण्डेशन में राल बोल्ट पर चार क्लेम्प्स लचीले रूप में लगाये जाते हैं, जो टाइप करने पर वेज क्रिया से फैलते हैं। ताकि आवश्यकता पड़ने पर इन्हें हटाया एवं पुन: उपयोग किया जा सकता है। 


फैलने वाला कोनिकल वाशर फाउण्डेशन बोल्ट (Expanding Conical Washer Foundation Bolt) 

इसमें एक बोल्ट होता है, जिसमें कोनिकल चूड़ियाँ (Conical Threads), वाशर (Washer) तथा फैरूल (Ferrule) लगे होते हैं। बोल्ट को बाहर निकालने पर वाशर चपटे (Flat) हो जाते हैं, जो फैलकर सुराख (Hole) के आंतरिक भाग को मजबूती से पकड़ते हैं। 


ग्राउटिंग (Grouting)

फाउण्डेशन बोल्ट तथा वेज के साथ मशीन को सरेंखण स्थिति में लेवल करने के बाद, मशीन के निचले भाग तथा फाउण्डेशन ब्लॉक या फ्लोर भूतल के बीच कुछ स्थान शेष रह जायेगा। इस स्थान को ग्राउटिंग, मैटेरियल जैसे - सीमेन्ट, कंक्रीट या सल्फर या लेड से भरा जाता है तथा इस विधि को ग्राउटिंग कहते है |

जब "मोल्ड बाक्स उपयोग होते हैं तथा उनके पाकेट में क्रमश: एंकर या फाउण्डेशन बोल्ट को लटकाया जाता है तो पॉकेट्स को ग्राउटिंग मैटेरियल से भरा जाता है। 


इस पोस्ट में हमने बोल्ट के प्रकार के बारे में जानकारी प्राप्त की उम्मीद है आपको यह जानकारी मददगार साबित होगी इसी तरह ITI Fitter Theory की जानकारी पाने के लिए कृपया हमारे साथ बने रहे हो दोस्तों को शेयर करें धन्यवाद


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