स्लिप गेज का उपयोग, प्रकार, ग्रेड और स्लिप गेज चयन करने की विधियां

 दोस्तों आज हम जानेंगे स्लिप गेज के बारे में| स्लिप गेज का उपयोग स्लिप गेज की ग्रेड, स्लिप गेज के प्रकार, तथा स्लिप गेज चयन करने की विधियां|

स्लिप गेज|slip gauge

स्लिप गेज को जॉनसन स्लिप गेज या गेज ब्लॉक भी कहा जाता है|
slip-gauge
slip-gauge


इनकी बनावट आयताकार पीस के रूप में होती है|
भारतीय मानक(I.S.I.) के अनुसार 10 मिलीमीटर तक साइज की ब्लॉक का अनुप्रस्थ परिच्छेद(cross section) 30×9 मिलीमीटर और 10 मिलीमीटर से बड़े साइज का अनुप्रस्थ परिच्छेद (cross section) 35×9 मिलीमीटर होता है|
यह सेट के रूप में पाए जाते हैं|


स्लिप गेज का उपयोग|use of slip gauge

स्लिप गेज का उपयोग वर्कशॉप और समरूप गेजो कि सूक्ष्मता चेक करने के लिए तथा साइन बार को किसी भी कोण में सेट करने के लिए किया जाता है|

स्लिप गेज किसका बना होता है

स्लिप गेज को उच्च क्वालिटी की टूल स्टील से बना कर कठोर कर दिया जाता है| और इनको 0.001(1 माइक्रोन) की सूक्ष्मता (accuracy) मैं फिनिश किया जाता है|
तथा इनके किनारों को चैंफर कर दिया जाता है|

आई. एस. आई. के अनुसार स्लिप गेज की ग्रेड|slip gauge grade according to ISI

भारतीय मानक के अनुसार स्लिप गेज की सूक्ष्मता को तीन ग्रेडों में बांटा गया है|
1. ग्रेड -0(great - 0)
2. ग्रेड-1(grade - I)
3. ग्रेड -2 (Grade - II)

ग्रेड -0(great - 0)

इस ग्रेड की स्लिप गेजों को बहुत ही सूक्ष्मता में बनाया जाता है| इनका उपयोग प्रयोगशाला और मानक कार्यो(standard works) के लिए किया जाता है|

ग्रेड-1(grade - I)

इस ग्रेड वाली स्लिप गेज की सूक्ष्मता(accuracy) 0 ग्रेड वाली स्लिप गेज से कुछ कम होती है|

ग्रेड -2 (Grade - II)

इस प्रकार की स्लिप गेजों का उपयोग वर्कशॉप में उत्पादन करते समय जॉब बनाते समय, जॉब बनाते समय, और उपकरणों की सूक्ष्मता चेक करने के लिए किया जाता है|

स्लिप गेज के प्रकार | types of slip gauge

स्लिप गेज के सेट मुख्यत: दो प्रकार की होती है|
1. मीट्रिक स्लिप गेज सेट | metric slip gauge set
2. ब्रिटिश स्लिप गेज सेट | British slip gauge set

मीट्रिक स्लिप गेज सेट | metric slip gauge set

अगर विश्लेषण किया जाए तो मीट्रिक स्लिप गेज के कई सेट पाए जाते हैं | परंतु M-12 वाला सेट अधिकतर प्रयोग में लाया जाता है जो निम्नलिखित है|
01-  1.001से 1.009 मिली मीटर तक 0.001 मिली मीटर के स्टेप में 9 पीस
02- 1.01से1.49 मिली मीटर तक 0.01 मिली मीटर के स्टेप में 49 पीस
03- 0.5से24.5 मिली मीटर तक 0.5 मिली मीटर के स्टेप में 49 पीस
04- 25 से 100 मिली मीटर तक 25 मिली मीटर की स्टेप में अतिरिक्त पीस 1.0005 मिली मीटर


ब्रिटिश स्लिप गेज सेट | British slip gauge set


01- 1.001 इंच से 1.009 आज तक 0.001 के स्टेप में 9 पीस इंच के स्टेप में
02- 0.101 इंच से 0.149 इंच तक 0.001 इंच 49 पीस स्टेप में
03- 0.05 इंच से 0.95 इंच तक 0.05 इंच 19 पीस के स्टेप में
04- 1 इंच से 4 इंच तक 1 इंच के स्टेप में चार पीस व एक अतिरिक्त पीस 1.005 इंच का 1 पीस
कुल योग=82 पीस

स्लिप गेजों की रिंगिंग विधि | wringing process of slip gauge

स्लीप गेजो को आपस में जोड़ने की विधि को रिंगिंग कहते हैं, जिसे निम्नलिखित पदों द्वारा समझा जा सकता है-
1. सबसे पहले दो स्लिप गेजो (गेज ब्लॉक)  को लेकर उनकी मापन सतहों को टिशू पेपर या चमोइस चमड़ा(chamois leather) अथवा कार्बन टेट्राक्लोराइड से अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए|
2. साफ करने के बाद एक स्लिप गेज को दूसरी स्लिप गेज की मापन सतह पर क्रॉस में रखना चाहिए|
3. इसके बाद ऊपर वाली स्लिप गेज को हल्के दबाव से निचा करके दोनों स्लिप भेजो कि मापन सतह को एक सिध में कर लेना चाहिए|
4. इसके बाद ऊपर वाली स्लिप गेज को हल्के दबाव के साथ आगे खिसका कर उसके आधे भाग को एक दूसरी स्लिप गेज के संपर्क से बाहर कर लेना चाहिए|
5. अंत में ऊपर वाली स्लिप गेज को हल्के दबाव के साथ ही पीछे खिसकाना चाहिए और दोनों स्लिप गेजो को सामान करके छोड़ देना चाहिए| आब दोनों स्लिप गेज चुंबक के समान एक दूसरे के साथ सट जाती है | इसी को रिंगिंग क्रिया कहते हैं|

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