दोस्तों इस पोस्ट में हम साइन बार का परिचय साइन बार किस धातु के बने होते हैं इनकी परिशुद्धता क्या होती है साइन बार का सिद्धांत तथा माप लेने की विधि के बारे में विस्तार से जानेंगे|
साइन बार का परिचय |introduction of sine bar
जब किसी कार्यखण्ड या जॉब की वर्नियर बेवल प्रोटेक्टर से भी अधिक परिशुद्धता में यदि किसी कोण को चेक करना हो तो वह साइन बार के द्वारा ही चेक किया जाता है|तथा साइन बार के द्वारा टेपर भी अधिक परिशुद्धता से चेक की जाती है|
साइन बार कि धातु एवं बनावट
साइन बार को औजार इस्पात(tool Steel) कि आयताकार छड़ से बनाया जाता है|इसके दोनों सिरों पर स्टेप बने होते हैं | इन स्टेपों मैं दो रोलर पेचों(screw) की सहायता से फिट कर देते हैं|
इसके साइड में 4, 5, छेद बने होते हैं जिनमें आवश्यकता पड़ने पर कार्य खंड या जॉब को क्लैंप किया जा सकता है|
साइन बार की ऊपरी और निचली सतह एक दूसरे के समान्तर होती है|
इसकी प्रत्येक सतह अच्छी तरह से परिशुद्ध(finish) की हुई होती है|
साइन बार का साइज
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साइन बार मीट्रिक प्रणाली में 100 मिलीमीटर, 200 मिलीमीटर, तथा 300 मिलीमीटर, साइज में और ब्रिटिश प्रणाली में 5 इंच 10 इंच तथा 20 इंच साइज में मिलते हैं|
साइन बार की परिशुद्धता | accuracy of sine bar
साइन बार की परिशुद्धता अंग्रेजी के अक्षर A तथा B से प्रकट की जाती है|A साइन बार 0.0001 प्रति इंच तथा B साइन बार 0.0002 प्रति इंच की परिशुद्धता में बने होते हैं |
साइन बार का सिद्धांत | principle of sine bar
साइन बार त्रिकोणमितिय अनुपात (trigonometrical ratio) पर कार्य करता है|त्रिकोणमिति में समकोण त्रिभुज के किसी कोण का साइन निकालने के लिए उस त्रिभुज के लंब में कर्ण का भाग देना चाहिए|
अतः sin A= लंम्ब / करण = a/b
अर्थात sin A=स्लिप गेज की ऊंचाई/साइन बार की लंबाई
साइन बार से माप लेने की विधि | method of sine bar measurement
साइन बार की सहायता से किसी जॉब के कोण को चेक करने के लिए सर्फेस प्लेट, स्लिप गेज, तथा डायल गेज सेट की आवश्यकता होती है |इससे चेक करने के लिए सबसे पहले सरफेस प्लेट को साइन बार पर रखकर उस पर उस जॉब को रखा जाता है, जिसका कोण मापना हो |
इसके बाद जॉब के मापे जाने वाले कोण की तरफ वाले साइन बार के रोलर के नीचे स्लिप गेज लगाते हैं | यह स्लिप गेज जब तक लगाए जाते हैं तब तक जॉब की ऊपरी सतह सरफेस प्लेट की तरह समांतर नहीं हो जाती है |
जॉब की ऊपरी सतह समांतर हुई है अथवा नहीं इसकी जांच डायल गेज से की जाती है |
जब जॉब की ऊपरी सतह समांतर हो जाती है तो उसमें लगे स्लिप गेज की साइज को जोड़ लिया जाता है |
स्लिप गेजो के योग (लम्ब) में साइन बार की साइज (कर्ण) कहां भाग देने पर कोण का ज्या निकल आता है |
फिर इस मान को डिग्री और मिनट में साइन की तालिका(table) से ज्ञात कर लेते हैं |
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