इस पोस्ट में हम जानेंगे नट (Nut) क्या है और बनावट के अनुसर नट के प्रकार Types Of Nut के बारे मे जैसे Hexagonal Nut, Square Nut, T-Nut, Wing Nut, Cap Nut, Flanged Nut, Round Nut, आदि|
नट (Nut) क्या है
यह चूड़ीदार छेद (Threaded Hole) वाला धातु का एक टुकड़ा होता है, जिसे बोल्ट या स्टड के सिरे पर कसा या चढ़ाया जाता है।
नट एवं बोल्ट की सहायता से दो भागों को जोड़ लिया जाता है और आवश्यकता पड़ने पर बड़ी आसानी से अलग-अलग कर लिया जाता है। अलग करते समय न तो जोड़े गए पार्टस खराब होते हैं और न ही नट और बोल्ट।
बनावट के अनुसर नट के प्रकार Types Of Nut
बनावट के अनुसार नट Nut मुख्यत 11 प्रकार के होते हैं जो निम्न प्रकार हैं
- षडभुजाकार नट (Hexagonal Nut)
- वर्गाकार नट (Square Nut)
- स्वतः पाशन नट (Self Locking Nuth) (साइमण्ड्स लॉकनट) (Symonds Lock Nut)
- टी-नट (T-Nut)
- खाचेंदार नट (Slotted nut)
- पंखुडी नट (Wing Nut)
- नर्ल्ड नट (Knurled Nut)
- कैप नट (Cap Nut)
- फ्लजदार नट (Flanged Nut)
- हैक्सागनल वैल्ड नट (Hexagonal Weld Nut)
- राउण्ड नट(Round Nut)
षडभुजाकार नट (Hexagonal Nut)
प्रायः सभी प्रकार के साधारण कार्यों के लिए षटकोनणीय नट का इस्तेमाल अधिक होता है। इसे कसने एवं खोलने में भी आसानी रहती है। चूंकि स्पैन दूसरी पकड़ के लिए उसे सिर्फ 60° के कोण पर घुमाना पड़ता है। इस नट के ऊपरी सभी कोने (Corners ) गोल या और हुए (Chamfered) होते हैं। कोण की चैम्फरिंग (Chamfered) नट के आधार के साथ 30° या 45° कोण पर की जाती है। चैम्फरिंग के कारण प्रत्येक खड़े फेस पर एक चाप या आर्क और नट के ऊपर एक सर्किल (Circle) बन जाता है।
नट की मोटाई, T = D
आर पार एक फेस से दूसरे फेस की चौड़ाई
W =3/2D+1/8" = 1.5D+3 मि.मी.
एक कोने से ठीक उसके विपरीत कोने की दूरी = 2D और चैम्फर आर्क या चाप का रेडियस,
R ,=11/8 या 11/8D के करीब होता है जबकि D = बोल्ट का नौमिनल डायामीटर
हैक्सागनल नट विभिन्न मोटाई में मिलते हैं। पतले नट्स को लॉक नट की तरह उपयोग किया जाता है।
वर्गाकार नट (Square Nut)
हैक्सागनल नट के बाद स्क्वेयर नट ही अधिक इस्तेमाल होता है। खोलते या कसते समय हैक्सागनल नट की अपेक्षा इस पर स्पैनर की बहुत मजबूत पकड़ होती है, लेकिन स्पैनर को उसकी दूसरी पकड के लिए 90° के कोण तक घुमाना पड़ता है। हैक्सागनल नट के समान ही उसके ऊपरी सभी कोण चैम्फर किये हुए होते हैं।
अगर D = बोल्ट का नौमिनल डायामीटर (Nominal Diameter) हो तो नट की मोटाई T= D एक फेस से दूसरे विपरीत फेस की दूरी
W =3/2D+1/8 " = D + 3 मि. मी.
चैम्फर का कोण = 30° और चैम्फर चाप का रेडियस , R = 2D के करीब।
स्वतः पाशन नट (Self Locking Nut) या (साइमण्ड्स लॉकनट) (Symonds Lock Nut)
इस नट में अन्दरूनी खांचे (Internal Grooves) कटे होते हैं, जिनमें फाईबर या नाइलोन का रिंग लगा होता है। यह रिंग बोर पर नट को टाइट पकड़ता है तथा लॉकिंग डिवाइस की तरह कार्य करता है।
टी-नट (T-Nut)
टी-नट का उपयोग स्टड के साथ मशीन टूल्स पर पकड़ने की युक्ति (Holding Devices) या वर्कपीस को फिक्स करने के लिए किया जाता है।
खाचेंदार नट (Slotted nut)
यह एक हैक्सागनल नट होता है, जिसके ऊपरी सिर पर स्लॉट कटे होते हैं। इसे बोल्ट पर कसने के बाद जिस स्लॉट की सीध में बोल्ट का छेद आता है, उसमें स्प्लिट पिन डालकर पिन के निचले सिरे को दायें-बायें फैला दिया जाता है।
इस नट के एक चक्कर में छह लॉकिंग स्थितियाँ होती हैं, अतः पिन फिट करने के लिए बोल्ट के छेद की सीध में कोई भी स्थिति लाने में सुविधा रहती है। लेकिन इन स्लॉटों (Slots) के कारण नट की ताकत कम हो जाती है।
पंखुडी नट (Wing Nut)
इस नट को फ्लाई नट (Fly Nut) भी कहा जाता है।
इस नट को अंगूठे और तर्जनी अंगुली के सहारे आसानी से खोला या कसा जाता है। इसका इस्तेमाल भी वहाँ किया जाता है, जहाँ बार-बार नट को एडजस्ट करने की आवश्यकता होती है। यह हॉट फोर्ज कास्ट (टाईप- A) तथा कोल्ड फोर्ज (टाईप- B) में मिलते हैं।
नर्ल्ड नट (Knurled Nut)
यह भी कैप्सटन नट के समान एक गोलाकार (Cylindrical) शक्ल का नट होता है, जिसकी ऊपरी वक्रदार (Curved) सतह नर्ल की हुई (knurled) होती है। इसका इस्तेमाल अधिकतर मापने वाले औजार, मार्किंग टूल और वैसे-छोटे-छोटे उन औजारों में किया जाता है, जिसके नट को बार-बार खोलने और कसने की आवश्यकता होती है। इसे खोलने या कसने के लिए किसी साधन की आवश्यकता नहीं होती है। इसे हाथ से ही खोला या कसा जाता है।
ये टाइप 'A' तथा टाईप 'B' में मिलते हैं।
कैप नट (Cap Nut)
यह भी एक प्रकार का हैक्सागन नट ही होता है, जिससे ऊपर एक गोलाकार टोपी (Cap) बनी रहती है।
इस नट की गोलाकार टोपी (Cylindrical Cap) बोल्ट के सिरे को जंग (Corrosion) से बचाती है और चूड़ी से होने वाली लीकेज (Leakage) को रोकती है। इसे डोम नट (Dome Nut) भी कहते हैं।
फ्लैजदार नट (Flanged Nut)
यह एक हैक्सागनल नट होता है, जिसके साथ एक चौरस गोलाकर डिस्क (Disc) अर्थात् वाशर जुड़ा रहता है।
इसकी सहायता से आवश्यकता से बड़े साइज के छेदों में भी बोल्ट कसा जाता है।
हैक्सागनल वैल्ड नट (Hexagonal Weld Nut)
इन नट्स का उपयोग प्लेट वर्क पर वैल्डिंग करने के लिए
जाता है।
हैक्सागनल वैल्ड नट की विशेषताएँ
एक स्पाईगाट रिंग होता है, जो प्लेट के रिंग में फिट होता है।
तीन प्रोजेक्शन होते हैं जो वैल्ड की जाने वाली सरफेस पर एक समान सम्पर्क की व्यवस्था करते हैं।
कवैल्डिंग के समय थ्रेड्स को बचाने के लिए एक सिरे पर काउण्टरसंक होल होता है।
राउण्ड नट (Round Nut)
- स्लाटेड राउण्ड नट (Slotted Round Nut)
- हुक रेंच के लिए स्लाटेड नट (Slotted Nut with Hook Wrench)
- पिन होल सहित राउण्ड नट (Round Nut With Pin Holes)
- फेस हॉल के साथ राउण्ड नट (Round Nut With Face Hole)
इस पोस्ट में हमने जाना नट (Nut) क्या है और बनावट के अनुसर नट के प्रकार Types Of Nut के बारे मे जैसे Hexagonal Nut, Square Nut, T-Nut, Wing Nut, Cap Nut, Flanged Nut, Round Nut, आदि के बारे में ITI Fitter theory से संबंधित इस तरह की जानकारी समय-समय पर पाने के लिए कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें धन्यवाद
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