इस्पात(स्टील) के मिश्रण तत्व | Alloying Elements Of Steel In Hindi

 इस पोस्ट में हम इस्पात/स्टील के मिश्रा तत्वों के बारे में जानेंगे जैसे निकल, क्रोमियम, टंगस्टन, वैनेडियम, मैग्नीज, कोबाल्ट, मोलिब्डेनम, आदि |

Is Post Mein Ham Ispaat/Steel Ke Mishra Tatvon Ke Baare Mein Jaanenge Jaise Nikal, Chromium, Tangastan, Vainediyam, Maigneej, Cobalt, Molibdenam, Aadi |

इस्पात(स्टील) के मिश्रण तत्व | Alloying Elements Of Steel In Hindi


स्टील में मुख्यतः सात तत्वों का मिश्रण किया जाता है जो निम्नलिखित हैं |
  1. निकल (Nickel)
  2. क्रोमियम (Chromium)
  3. टंगस्टन (Tungsten)
  4. वैनेडियम (Vanadium) 
  5. मैग्नीज (Manganese)
  6. कोबाल्ट (Cobalt)
  7. मोलिब्डेनम (Molybdenum)

(1) निकल (Nickel)

यह हल्के पीले रंग का तत्व होता है, यदि इसकी धातु में 5% मात्रा मिला दी जाए तो धातु में कठोरता तथा सामर्थ्यता का गुण बढ़ जाता है एवं धातु की तन्यता के गुण पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। 

यदि धातु में इसकी 10 से 25% मात्रा मिला दी जाए तो धातु भंगुर हो जाती है। 


धातु में 25% निकल मिलाने से धातु चिमड़ (Tough) हो जाती है और उस पर जंग नहीं लगती है। 

धातु में 27% निकल मिलाने से धातु अचुम्बकीय बन जाती है। 

धातु में 36% निकल मिलाने पर यह इनवार इस्पात बन जाती है।

 निकल का गलनांक 1450°C होता है। 

(2) क्रोमियम (Chromium)

यह सफेद रंग तथा नीली झलक वाला तत्व होता है। 

इसको इस्पात में मिलाने से इस्पात की कठोरता तथा तनन सामर्थ्य बढ़ जाती है। 

इसको इस्पात में 5 से 10% तक मिलाने से इस्पात में प्रत्यास्था, तन्यता तथा बियरिंग क्वालिटी बढ़ जाती है। 

क्रोमियम का गलनांक 1380°C तक होता है।

 (3) टंगस्टन (Tungsten)

 यह ग्रे रंग का तत्व होता है। 

इसको इस्पात में थोड़ा-सा भी मिलाने पर इस्पात की कठोरता बढ़ जाती है। 

टंगस्टन का गलनांक 3400°C तक होता है। इसका गलनांक अधिक होने के कारण इससे बल्व के फिलामैन्ट बनाये जाते हैं। 

यदि इस्पात में 8% टंगस्टन मिला दिया जाये तो यह मिश्रण इतना कठोर हो जाता है कि शीशे को भी खुरच सकता है। 

यदि इस्पात में 15% टंगस्टन मिला दिया जाये तो इस मशीनन (Machining) नहीं की जा सकती है। 


(4) वेनेडियम (Vanadium) 

यह ग्रे तथा सफेद रंग का तत्व होता है। 

इसको इस्पात में मिलाने से इस्पात में धातुवर्धनीयता और कठोरता बढ़ जाती है। 

इसे इस्पात में 5% मिलाने से इस्पात की तनन सामर्थ्य, प्रत्यास्थता सीमा और फटीग रजिस्टैन्स बढ़ जाता है। 

इसे इस्पात में 15% मिलाने से इस्पात में स्प्रिंगनैस का गुण आ जाता है। 

वेनेडियम का गलनांक 1720°C होता है।

 (5) मैंगनीज (Manganese)

यह सफेद रंग और रेडिश झलक वाला तत्व होता है। 

इसको निम्न कार्बन इस्पात(Low Carbon Steel) में 1.5% मिलाने पर इस्पात कठोर तथा चिमड़ (Tough) हो जाता है। 

इसको 5% तक इस्पात में मिलाने से इस्पात कठोर, भंगर और अचुम्बकीय हो जाता है। 

यदि इसको 11% से 15% तक इस्पात में मिला दिया जाये तो इस्पात इतना कठोर हो जाता है कि इसकी मशीनन (machining) करना आसान नहीं होता है। 

मैंगनीज का गलनांक 1445°C होता है। 


(6) कोबाल्ट (Cobalt)

यह सफेद रंग का तत्व होता है। इसको इस्पात (स्टील)  मिलाने से इसकी चुम्बकीय शक्ति बढ़ जाती 

यदि इस्पात में 5% मिला दिया जाए तो इस्पात की हवा कठोरन (Air Hardning) हो जाती है तथा इस पर फाइलिंग नहीं की जा सकती है। 

यदि इस्पात में 35% कोबाल्ट मिलाने से इस्पात स्थायी चुम्बक बन जाता है और इसकी सामर्थ्य तीन गुणा बढ़ जाती है। 

कोबाल्ट का गलनांक 1480°C होता है। 

(7) मोलिब्डेनम (Molybdenum)

 यह सफेद रंग का तत्व होता है। 

इसको इस्पात में मिलाने से इस्पात की कठोरता तथा चिमड़पन (Toughness) बढ़ जाता है। 

इसे इस्पात में 10% तक मिलाया जाता है। इसको मिलाने से इस्पात झटके सहन करने योग्य बन जाता है और इसकी सामर्थ्य अधिक तापमान पर बढ़ जाती है। 


 इस पोस्ट में हमने जाना इस्पात/स्टील के मिश्रा तत्वों के बारे में जानेंगे जैसे निकल, क्रोमियम, टंगस्टन, वैनेडियम, मैग्नीज, कोबाल्ट, मोलिब्डेनम, आदि  के बारे में |

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