मिश्रित इस्पात/स्टील (Alloy Steel In Hindi)

 

इस पोस्ट में हम मिश्रित इस्पात/स्टील (Alloy Steel) और मिश्रित स्टील के प्रकार जैसे निकल इस्पात क्रोमियम इस्पात वेनेडियम इस्पात कोबाल्ट इस्पात टंगस्टन इस्पात मैंगनीज इस्पात स्प्रिंग इस्पात उच्च गति इस्पात आदि के बारे में जानेंगे|



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मिश्रित इस्पात/स्टील (Alloy Steel)

इस्पात में आवश्यकतानुसार गुण लाने के लिए कार्बन के अलावा अन्य दूसरे मिश्रण तत्व मिलाए जाते हैं। इनके मिलाने से अनेक प्रकार का मिश्रित इस्पात (Alloy Steel) बनाया जा सकता है। 

मिश्रित इस्पात/स्टील के प्रकार(Types of Alloy Steel)

 मिश्रित इस्पात (Alloy Steel) निम्नलिखित 8 प्रकार की होती  है |

(1) निकल इस्पात (Nickel Steel)
(2) क्रोमियम इस्पात (Chromium Steel)
(3) वेनेडियम इस्पात (Vanadium Steel)
(4) कोबाल्ट इस्पात (Cobalt Steel)
(5) टंगस्टन इस्पात (Tungsten Steel)
(6) मैंगनीज इस्पात (Manganese Steel)
(7) स्प्रिंग इस्पात (Spring Steel)
(8) उच्च गति इस्पात (High Speed Steel)

 निकल इस्पात (Nickel Steel) 

इस्पात और निकल के मिश्रण को निकल इस्पात कहते हैं। इसमें निकल ही मुख्य मिश्रण तत्व होता है। इसको मिलाने से इस्पात की कठोरता और सामर्थ्य बढ़ जाती है। 
5% वाली निकल इस्पात में कठोरता और प्रत्यास्थता का गुण होता है। 
यदि निकल की मात्रा इस्पात में 27% से अधिक मिलाकर जाये तो इस्पात अचुम्बकीय हो जाता है। 
36% निकल इस्पात को इनवार इस्पात कहते हैं। 
निकल इस्पात/स्टील में कार्बन की मात्रा 0.2% से 0.7% तक होती है|
निकल इस्पात/स्टील (Steel) का उपयोग सूक्ष्ममापी यंत्र बनाने के लिए किया जाता है। 

क्रोमियम इस्पात (Chromium Steel) 

क्रोमियम मिलाने से इस्पात की कठोरता, सामर्थ्य (Strength) और चिमड़पन (Toughness) बढ़ती है। 
जिस इस्पात में 6% निकल और 12% क्रोमियम होती है कर अचुम्बकीय इस्पात होता है, इसे स्टेनलैस इस्पात के नाम से भी जाना जाता है। 
जिस इस्पात में 2% कार्बन, 8% क्रोमियम 3.2% निकल मिली होती है, उससे गियर तथा अन्य औजार बनाये जाते हैं। 
क्रोमियम इस्पात का अधिकतर उपयोग स्टेनलैस इस्पात तथा अन्य वैज्ञानिक उपकरण बनाने के लिए किया जाता है। 

 वेनेडियम इस्पात (Vanadium Steel) 

कार्बन इस्पात में वेनेडियम तत्व को मिलाने से वेनेडियम इस्पात बनता है और इसमें चिमड़पन (Toughness) का गुण आ जाता है। 
यदि वैनेडियम को उच्च कार्बन इस्पात के साथ मिलाया जाये तो इससे बने कर्तन औजारों (Cutting Tools) की कर्तन धार (Cutting Edge) अधिक समय तक टिकाऊ बनी रहती है। 
वेनेडियम इस्पात का अधिकतर उपयोग स्पैनर बनाने में किया जाता है। 

 कोबाल्ट इस्पात (Cobalt Steel)

कोबाल्ट को उच्च गति इस्पात में मिश्रित किया जाता है जिससे इससे बने कर्तन औजारों (Cutting Tools) की कतन (Cutting Edge) अधिक समय तक टिकाऊ रहती है। 
यदि उच्च कार्बन इस्पात में 30% से अधिक कोबाल्ट दिया जाए तो वह स्थायी चुम्बक बन जाता है। इसमें वायु कठोरण का गुण आ जाता है। 

 टंगस्टन इस्पात (Tungsten Steel)  

कार्बन इस्पात में टंगस्टन मिलाने से इसकी कठोरता (Hardness) बढ़ जाती है। 
इस्पात में टंगस्टन की मात्रा अधिक रखने इतना कठोर हो जाता है कि इसके ऐसे औजार बनाने के लिए किया जाता है, जिनको उच्च गति पर चलाना होता है, जैसे-कटर आदि।
यदि इसमें 20% तक टंगस्टन मिलाया जाता है। 
तो इस प्रकार के इस्पात का उपयोग उच्च गति कर्तन औजार बनाने के लिए किया जाता है। 

 मैंगनीज इस्पात Manganese Steel)

इस्पात में मैंगनीज मिलाया जाये तो इसकी कठोरता बहुत अधिक बढ़ जाती है। 
यदि इस्पात में 15% मैगनीज मिला दिया जाय तो वह इतनी कठोर हो जाती है कि इसकी मशीनन (Machining) करना असम्भव होता है। 
इस प्रकार के इस्पात का उपयोग बड़े साइज के कर्तन औजार (Cutting Tools) बनाने में किया जाता है। 

 स्प्रिंग इस्पात (Spring Steel)

इस प्रकार का इस्पात बनाने के लिए 0.3% से 0.4% वाली कार्बन इस्पात में 8% क्रोमियम, 7% मैंगनीज और 2% सिलिकन मिलाया जाता है। 
इस प्रकार के इस्पात का उपयोग विभिन्न साइज तथा आकृति के स्प्रिंग बनाने में किया जाता है। 

उच्च गति इस्पात (High Speed Steel)

उच्च गति इस्पात को बनाने के लिए इस्पात में 0.7% कार्बन, . 18% टंगस्टन, 4% क्रोमियम, 1% वेनेडियम मिलाया जाता है। 
यदि इसमें 4% तक कोबाल्ट मिला दिया जाए तो इसकी | उच्च गति (High Speed) की क्वालिटी में सुधार हो जाता है। 

हाई स्पीड स्टील का उपयोग-लैथ, शेपर, प्लेनर, डिल, कटर, रीमर आदि बनाने में किया जाता है। 

कार्बन इस्पात तथा मिश्रित इस्पात में अन्तर (Differance Between Carbon Steel And Alloy Steel)

1. कार्बन इस्पात (Carbon Steel)

  •   इसको आसानी से मशीनन (Machining) किया जा सकता 
  •  इस प्रकार के इस्पात पर चुम्बक का प्रभाव पड़ता है। 
  •  इस प्रकार के इस्पात का गलनांक कम होता है।
  •  इस प्रकार के इस्पात एक समान कठोर नहीं किया जा सकता है। 
  •  इसमें धातुवर्धनीयता का गुण होता है।
  •  इस पर अम्लों/तेजाब का प्रभाव पड़ता है।
  •  इस प्रकार के इस्पात पर जंग लग सकता है। 
  •  इस प्रकार के इस्पात को कभी-कभी टैम्पर करने की आवश्यकता होती है।

2.  मिश्रित इस्पात (Alloy Steel) 

  • इस प्रकार के इस्पात को आसानी से मशीनन (Machining) व फाइलिंग नहीं किया जा सकता है। 
  • इस प्रकार के इस्पात पर चुम्बक का प्रभाव नहीं पड़ता है। 
  • इस प्रकार के इस्पात का गलनांक अधिक होता है।
  • इस प्रकार के इस्पात को एक समान कठोर किया जा सकता है। 
  • इसमें कठोरता तथा चिमड़पन का गुण होता है|
  • इस पर अम्ल/तेजाब का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। 
  • इस प्रकार के इस्पात पर जंग नहीं लगता है।
  • इस प्रकार के इस्पात को टैम्पर करना आवश्यक नहीं होता है। 

इस पोस्ट में हमने जाना मिश्रित इस्पात/स्टील (Alloy Steel) और मिश्रित स्टील के प्रकार, जैसे निकल इस्पात, क्रोमियम इस्पात, वेनेडियम इस्पात, कोबाल्ट इस्पात, टंगस्टन इस्पात, मैंगनीज इस्पात, स्प्रिंग इस्पात, उच्च गति इस्पात, आदि के बारे में |
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